अयोध्या मामले में केस लड़ते-लड़ते बिक गई मुस्लिम पक्षकार की 9 बीघा ज़मीन

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Rishabh Verma
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अयोध्या मामले में केस लड़ते-लड़ते बिक गई मुस्लिम पक्षकार की 9 बीघा ज़मीन

सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद मामले की सुनवाई पूर्ण हो गई है। 6 अगस्त से शुरू हुई यह नियमित सुनवाई बुधवार तक चली। कुल मिलाकर 40 दिन तक इस मामले की नियमित सुनवाई चली। अब दशकों से चले आ रहे कोर्ट में लंबित राम मंदिर मसले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के लिए 23 दिन और इंतज़ार करना पड़ेगा।

ख़बर के अनुसार, मुस्लिम पक्ष के पैरोकार इक़बाल अंसारी का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले आने के बाद वो फिर से टैक्सी मरम्मत का अपना पुराना काम करेंगे। उन्होंने बताया कि उनके बेटे भी वही काम कर रहे हैं और उन्होंने कभी राजनीति में न आने की बात भी कही। जानकारी दें कि इक़बाल के 5 बेटे और एक बेटी हैं।  इक़बाल अंसारी को उनके पिता हाशिम अंसारी की छोड़ी विरासत द्वारा बाबरी मस्जिद की पैरोकारी मिली थी।  

उनके घर के बाहर इक़बाल की सुरक्षा में तैनात 3 सुरक्षा गार्ड अधूरे टिन शेड में रहते हैं। हाजी महबूब भी बाबरी मस्जिद के पैराकार हैं। पिता से इन्हें भी पैरोकारी विरासत में मिली। महबूब ने कहा कि अब फ़ैसला आना तय है। इस मामले के लिए मुझे पुरखों की ज़मीन से 9 बीघे ज़मीन बेचनी पड़ गई।

बता दे कि सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर मामले में 23 दिनों के भीतर अपना फ़ैसला सुना देगा। 18 नवम्बर को सीजेआई रंजन गोगोई रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि वह रिटायरमेंट से पूर्व ही इस बहुप्रतीक्षित फ़ैसले की सुनवाई पूर्ण कर देंगे और फ़ैसला सुना देंगे।

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