आगामी लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर पर जनता की राय जानने के लिए एक सर्वे किया गया है। जिसमें देश से करीब 13000 लोगो ने हिस्सा लिया है। इस सर्वे में जनता से कुछ बिन्दुओं पर सवाल पूछे गए। जिसमे 69% लोगो का मत था कि राम मंदिर का निर्माण उसी जगह पर होना चाहिए जहाँ रामलला का जन्म हुआ है। दूसरी और 22% लोग चाहते है कि राम मंदिर उस विवादित जमीन पर नहीं बनना चाहिए।

इस सर्वे में जब जनता से पूछा गया कि राम मंदिर के लिए संसद में अध्यादेश लाना चाहिए या नहीं तो इस पर 67% लोगो का कहना है राम मंदिर के लिए अध्यादेश लाना चाहिए है। वहीं 14% लोगो का मानना हैं कि अध्यादेश नहीं लाना चाहिए। 9% लोगो का इस पर कोई विचार नहीं आया है।

आपको ज्ञात होगा कि अयोध्या भूमि का विवाद कई वर्षो से हमारे देश के न्यायलय में चल रहा है। इस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भूमि का बराबर बँटवारा करके अपना फैसला सुनाया था। जिसे सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी गयी है। कुछ दिनों पहले इसी मामले में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 5 सदस्यीय संविधान पीठ का गठन किया है जिसने जनवरी के अंतिम सप्ताह में इस पर सुनवाई करना तय किया हैं।

इंडिया टुडे की टीम ने जब उपरोक्त मुद्दे पर प्रश्न पूछा तो 58% लोग चाहते है कि मंदिर का निर्माण सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद होना चाहिए। दूसरी और 30% लोग चाहते है मंदिर निर्माण सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से पहले हो जाना चाहिए। जबकि 12 प्रतिशत लोगों का इस विषय पर कोई उत्तर नहीं दिया।

इस पूरे मुद्दे पर हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने ANI के साक्षात्कार में कहा हैं की ‘राम मंदिर बनाने के लिए उनकी सरकार कटिबद्ध है और वे सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रहे है। फैसले के बाद जो सही होगा वह कार्यवाही की जाएगी। इस साक्षात्कार में उन्होंने कांग्रेस के वकीलों पर अदालत की कार्यवाही धीमी करने का आरोप भी लगाया।