करीब तीन हफ्ते पहले श्रीगंगानगर में एक 10 साल की नाबालिग बच्ची के साथ उसके ही दादा जिनकी उम्र 60 साल बताई जा रही है ने बलात्कार किया। यह दरअसल बच्ची के दादा के भाई थे। पुलिस ने तीन हफ्ते बाद आरोप दादा को गिरफ्तार कर लिया और फिर उसे कोर्ट के समक्ष पेश किया जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया है।
बता दें की करीब तीन सप्ताह पूर्व आरोपी दादा ने अपनी मासूम पौत्री को घर पर अकेला देखकर शराब के नशे में उससे बलात्कार किया था। बलात्कार की इस घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी दादा घर से फरार हो गया था। पुलिस ने उसे सूरतगढ़ से गिरफ्तार किया है।
खबरों के अनुसार पिछले महीने की 23 तारीख को श्रीगंगानगर में रहने वाले बिहार के एक दंपति ने अपनी 10 साल की बेटी से बलात्कार किये जाने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। बिहारी दंपति ने दर्ज करवाए रिपोर्ट में बताया की की नाबालिग पीड़िता की मां की तबियत खराब चल रही थी जिसकी वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ गया था। ऐसी परिस्थिति में बिहारी दंपति ने घर पर बच्चों की देखरेख के लिए 60 वर्षीय दादा (दादाजी के भाई) को बुलाया और रहने को कहा।
इस बीच 13-14 नवंबर की रात में शराब के नशे में दादा ने 10 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार किया। इस पूरी घटना का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित नाबालिग बच्ची की माँ अस्पताल से इलाज के उपरान्त वापिस घर लौटी। घर आने पर पीड़ित नाबालिग ने अपनी माँ को अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया। आरोपी दादा को जब यह पता चला की नाबालिग ने बलात्कार की घटना के बारे में सबको बता दिया है तो वो वहां से भाग निकला।
इसके बाद नाबालिग पीड़िता के माता पिता ने आरोपी दादा के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवाया। पुलिस ने पीड़ित का मेडिकल करवाया तो बलात्कार की पुष्टि हुई। इसके बाद पुलिस उस बलात्कारी दादा की खोज में जुट गई और शुक्रवार को उसे सूरतगढ़ में पकड़ लिया।