अमेरिका के थिंक टैंक ‘प्यू रिसर्च सेंटर’ के अनुसार यदि भारत में मुसलमानों की आबादी इसी तेजी से बढ़ती रही तो 2060 आते आते यह विश्व का सबसे बड़ा मुस्लिम आबादी वाला देश बन जाएगा। अभी इंडोनेशिया 2,19,96,000 मुस्लिम आबादी के साथ विश्व का सर्वाधिक मुस्लिम जनसंख्या वाला देश बना हुआ है। मुस्लिम आबादी के मामले में भारत का विश्व में दूसरा और पाकिस्तान का तीसरा स्थान है।

प्यू रिसर्च सेंटर एक नॉन-प्रॉफिट संस्था है। इसके द्वारा अमेरिका और विश्व के सामाजिक मुद्दों, मतों और जनसांख्यिकी आंकड़ों को इकट्ठा किया जाता है और इनके प्रभावों का विश्लेषण किया जाता है।

प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2060 तक मुसलमानों की कुल आबादी बढ़कर 33,30,90,000 हो जायेगी।  इस तरह यह भारत की कुल आबादी की 19.4  फ़ीसदी होगी। 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में मुसलमानों की संख्या कुल आबादी की 14.2 प्रतिशत थी। 2060 तक विश्व में मुस्लिम आबादी के मामले में नंबर 1 बन जाने पर भारत में विश्व के 11.1 प्रतिशत मुस्लिम रह रहे होंगे।

इस रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान भी मुस्लिम आबादी के मामले में भारत को कड़ी टक्कर देगा।  2060 तक यहां पर मुसलमानों की संख्या 28.26 करोड़ तक पहुँच जायेगी। अनुमान है कि इस समय तक पाकिस्तान भारत के बाद विश्व का दूसरा बड़ा मुस्लिम आबादी वाला देश बन जाएगा।

प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में शीर्ष पर काबिज़ इंडोनेशिया मुस्लिम जनसंख्या के मामले में 2060 तक खिसक कर चौथे स्थान पर आ जायेगा। इस समय तक नाइजीरिया 28.31 करोड़ मुस्लिम आबादी के साथ विश्व में तीसरे स्थान पर होगा।

रिपोर्ट के मुताबिक 2060 तक मुस्लिम आबादी ईसाई आबादी के बराबर हो जाएगी। अभी विश्व में ईसाईयों की कुल आबादी 2.3 अरब है जबकि मुसलमानों की कुल आबादी 1.8 अरब है। दोनों धर्मों की कुल जनसंख्या 2060 तक 3-3 अरब होने की सम्भावना  है।  इस रिपोर्ट में मुसलमानों के साथ दूसरे धर्मों की जनसंख्या के भी लगभग समान अनुपात में बढ़ने की बात की गई है।