हैदराबाद से एक 27 वर्षीय युवती के रेप करने के बाद जला कर मारने की दिल दहलाने वाली वारदात के सामने आने के बाद देश भर में गुस्सा है। सोशल मीडिया से लेकर पूरे देश में इसके विरोध में हर कोई अपना विरोध दर्ज करवा रहा है। ऐसे समय में जब पूरा देश इस दर्दनाक वाक्ये का शिकार हुई मृत युवती को न्याय दिलाने के लिए उसके परिवार के साथ खड़ा है द क्विंट नाम का मीडिया समूह इस घिनौने वाक्ये को अंजाम देने वाले मास्टरमाइंड मोहम्मद आरिफ (मोहम्मद पाशा) के परिवार की गरीबी दिखा रहा है, उसके परिवार की बेवसी को उभारने की कोशिश कर रहा है।
द क्विंट ने हैदराबाद की युवती का बलात्कार करने और जलाने की घटना के मास्टर माइंड रहे मोहम्मद आरिफ (मोहम्मद पाशा) के घर जाकर उसके माँ बाप का इंटरव्यू किया। इस इंटरव्यू में इस बात को खूब तबज्जो दी गई की मोहम्मद के माँ बाप असहाय और गरीब हैं। इंटरव्यू में बताया गया की आरिफ के पिता का पैर काम नहीं करता है और उसकी माँ भी बूढी हो चुकी हैं साथ ही साथ यह भी बताया गया है की मोहम्मद आरिफ (मोहम्मद पाशा) घर में एकलौता व्यक्ति है जो कमाता है।
“My son came home on the morning of 29 November, around one in the morning. He looked petrified and kept telling us he killed someone." @iyersaishwarya meets the mother of an accused in the #Hyderabad rape and murder case. https://t.co/B5LctbZTOk
— The Quint (@TheQuint) December 1, 2019
अब यह बात समझ से परे है की एक बलात्कारी जिसने बलात्कार के बाद युवती की बेरहमी से हत्या भी कर दी है के बैकग्राउंड के बारे में लोगों को जानकारी देने की जरुरत ही क्या है? ऐसा ही कुछ लिबरल ब्रिगेड के पत्रकारों ने आतंकियों के बारे में किया था। आतंकी बुरहान बानी के पिता है स्कूल के प्रिंसिपल थे वाली कहानी आपने जरूर सुनी होगी।
कायदे से ऐसी कहानियों का कोई मतलब नहीं है। गुनहगार की पहचान बस उसके गुनाह से होनी चाहिए ख़ास कर के तब जब गुनाह इतना बड़ा हो। पर लिबरल मीडिया ग्रुप ख़ास कर के तब गुनहगार के बैकग्राउंड को दिखा कर उसके लिए सिम्पथी पैदा करने की कोशिश करते हैं जब वो मुस्लिम होता है। यह बुरहान बानी के समय भी देखा गया और अब मोहम्मद आरिफ (मोहम्मद पाशा) समय भी देखा जा रहा है।
द क्विंट के इस आर्टिकल का सोशल मीडिया पर भी जम कर विरोध हो रहा है। इस आर्टिकल के स्क्रीन शॉट पोस्ट कर के लोग द क्विंट के खिलाफ विरोध कर रहे हैं।
This is how the quint works ! pic.twitter.com/rxB5aXGBWH
— ఆశయాలు Vs. రాజకీయాలు (@I_am_Phoenixx) December 2, 2019
Ideally media should stay away from sensitive cases because it affects the course of justice but this piece by Quint is next level murder of ethical journalism. Full of subtle suggestions that accused killed the victim in an accident. Pathetic @TheQuint https://t.co/mtSbR1DQYW
— Monica (@TrulyMonica) December 2, 2019
The hypocritic @TheQuint has published an article, sympathising with the situation of the accused, Mohammad, in the Hyderabad rape case.
— Hitesh Bansal (@ihiteshbansal) December 2, 2019
Where is your feminism now? Quint is mocking the pain of Dr Priyanka Reddy and the countless other women.https://t.co/08Z4TAumvH pic.twitter.com/4bpsodwnCI
@HMOIndia it is people like Quint who should be taken to task for trying to whitewash & humanise a monster😡 It is time to stop these degenerates from interviewing the accused &/or family until the legal course if action is concluded!#Priyanka_Reddy #JusticeForPriyankaReddy https://t.co/0cNJkRhqcS
— ಕೃಷ್ಣ ಪ್ರಸಾದ್ (Krishna Prasad R) (@kris1983_prasad) December 2, 2019