झारखंड में लगभग चार महीने पहले राज्य के सरायकेला-खरसावां में चोरी के कथित आरोप में भीड़ द्वारा पीटे जाने से 22 वर्षीय तबरेज अंसारी की मौत हो गई थी। लेकिन अब जिला पुलिस ने इस मामले की फाइनल चार्जशीट सौंप रिपोर्ट भेज दी है। रिपोर्ट के अनुसार, तबरेज की मौत मॉब लिंचिंग की वजह से नहीं, बल्कि हार्ट अटैक आने की वजह से हुई थी। पुलिस ने यह चार्जशीट तबरेज की फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर तैयार की है।
बता दें की तबरेज अंसारी की मौत के आरोप में पुलिस ने 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया था। लेकिन अब फॉरेंसिक लैब से रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टर ने साफ़ कर दिया है की तबरेज की मौत मॉब लिंचिंग से नहीं हुई है इसके साथ ही 11 आरोपियों पर से धारा 302 को हटा दिया गया है।
आपको बता दें की इसी साल 18 जून को सरायकेला के खरसावां में तबरेज और उसके दो अन्य साथियों को ग्रामीणों ने चोरी करते रंगे हाथ पकड़ा था। इस दौरान दो अन्य आरोपी फरार हो गए थे, लेकिन भीड़ ने तबरेज को पकड़ लिया था।
भीड़ ने तबरेज को एक पोल से बांध दिया था। पोल से बांध कर जमकर उसकी पिटाई की और साथ तबरेज से 'जय श्री राम' और 'जय हनुमान' के नारे भी लगवाये गए थे। जिसके बाद अंसारी को पुलिस ने चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया। बाद में उसे जेल भेज दिया, जहां उसकी तबियत बिगड़ने लगी थी और आखिरकार उसकी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।