नागरिकता संशोधन बिल के संसद में पास होने और फिर इसके कानून बन जाने के बाद देश के कई हिस्से में तनाव की स्थिति पिछले कुछ दिनों से बनी हुई है। समुदाय विशेष के लोग इस बिल का विरोध कुछ ज्यादा ही कर रहे हैं। इसकी वजह से दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। इसी कड़ी में गुरुवार भी दिल्ली में प्रदर्शन हुए जिसके बाद दिल्ली पुलिस शुक्रवार को पूरी सतर्कता बरत रही है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली क्षेत्र के 12 थाना क्षेत्रों में सतर्कता बरतते हुए धारा 144 लगा दी गई है हालांकि पुलिस ने यह भी साफ़ कर दिया है कि पुरानी दिल्ली और जामा मस्जिद के आसपास के क्षेत्र में धारा 144 प्रभावी नहीं रखा गया है।
इसके साथ ही उत्तर पूर्वी दिल्ली में पुलिस के द्वारा पांच ड्रोन कैमरों की मदद ली गई है जिससे पूरे इलाके पर पैनी नजर रखी जा रही है। यहां के इलाकों में पुलिस लगातार फ्लैग मार्च कर रही है और सोशल मीडिया एकाउंट्स पर भी नजर रख रखी है ताकि कही से कोई तनाव की स्थिति उत्पन्न होने पर उसे तुरंत शांत करवा दिया जाए।
जुमे की नमाज के बाद दिल्ली के जामा मस्जिद के बाहर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने CAA के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। जुमे की नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद में इकट्ठा हुए लोगों ने दोपहर 1 बजे से विरोध-प्रदर्शन करना आरम्भ कर कर दिया। जामा मस्जिद के गेट संख्या 1 के पास बड़ी भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और CAA के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
जब मुस्लिम समुदाय के लोग अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे थे उसी दौरान वहां भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी पहुंचे। उनके पहुँचने के बाद यहां मौजूद भीड़ ने और ज्यादा नारेबाजी करनी शुरू कर दी है। इस दौरान चंद्रशेखर ने अपने हाथ में भारत का संविधान पकड़ रखा था।
इसके बाद जामा मस्जिद पर जमा हुई भीड़ ने यहां से जंतर-मंतर तक मार्च करना शुरू किया परन्तु पुलिस ने उन्हें ऐसा करने की इजाजत नहीं दी है। बता दें कि जामा मस्जिद पर ड्रोन कैमरों कि सहायता से नजर रखी जा रही है। इजाजत ना मिलने के बाद भी हो रहे मार्च में दिल्ली पुलिस के जवान प्रदर्शनकारियों के साथ-साथ चल रही है।