मुगलों के वंशज प्रिंस हबीबुद्दीन तूसी ने कहा "अयोध्‍या में बना राम मंदिर तो दूँगा सोने की ईंट"

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Nikhil Talwaniya
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मुगलों के वंशज प्रिंस हबीबुद्दीन तूसी ने कहा "अयोध्‍या में बना राम मंदिर तो दूँगा सोने की ईंट"

राम मंदिर के विषय को लेकर तरह तरह के बयान सामने आते रहते हैं। इस बार एक नया बयान सुर्खियां बटोर रहा है जो स्वयं को मुगलों के वंशज प्रिंस हबीबुद्दीन तूसी का है। हबीबुद्दीन तूसी स्वयं को आख़िरी मुग़ल शासक बहादुर शाह जफर का वंशज बताते हैं। इन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की है की उन्हें अयोध्‍या केस में पक्षकार बनाया जाए। अभी इस याचिका पर सुनवाई नहीं हुई है। उन्होंने इस याचिका में बताया है कि इस ज़मीन का किसी के भी पास कोई मालिकाना हक़ नहीं है। इससे सम्बंधित दस्तावेज भी किसी के पास नहीं है और वे स्वयं मुग़ल है इसलिए इस भूमि पर उनका हक़ है।

प्रिंस हबीबुद्दीन तूसी ने अयोध्‍या के राम मंदिर पर बयान देते हुए कहा कि "अगर अयोध्‍या की उस भूमि पर राम मंदिर बनता है तो मैं सोने की ईट दान करूँगा। मैंने यह तय कर लिया है कि मैं यह पूरी ज़मीन राम मंदिर के लिए दान कर दूँगा।"प्रिंस हबीबुद्दीन तूसी इस मंदिर के विषय में यह चाहते है कि सुप्रीम कोर्ट इस जमीन को उन्हें सौंप दे। वही इस भूमि के आधिकारिक हक़दार है। वही मुगल शासक बाबर के वंशज हैं जिन्होंने बाबरी मस्जिद का निर्माण किया था।

प्रिंस हबीबुद्दीन तूसी ने राम मंदिर पर कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट उन्हें यह जमीन सौंप देती है तो वो इस ज़मीन को राम मंदिर निर्माण के लिए दान करेंगे। वे भारत के लोगों की भावनाओं का सम्मान करते है और यह भी मानते है कि इस ज़मीन पर पहले राम मंदिर था।

ग़ौरतलब है कि हबीबुद्दीन तूसी ने पिछले साल अपनी अयोध्‍या यात्रा के समय राम मंदिर निर्माण के लिए इस ज़मीन को दान करने का प्रण लिया था। अपने माथे पर चरण पादुका रखकर सभी हिंदुओं से उन्होंने राम मंदिर विध्वंस के लिए माफ़ी भी मांगी थी। वे अब तक तीन बार अयोध्‍या जाकर रामलला की पूजा अर्चना कर चुके है।

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