मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले में एक डकैती की घटना इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। खबरों के मुताबिक, स्थानीय चोरों का एक गैंग, एक सरकारी बंगले में चोरी करने के उद्देश्य से घुसा था। चोर जब बंगले से बाहर जा रहे थे तब बंगले के निवासी के लिए यह कहते हुए एक नोट छोड़ा कि वह ऐसा कंजूस है कि उन्हें उसके घर से कुछ नहीं मिला।

सरकारी बंगले में घुसे चोरों के समूह को दरअसल बंगले में कोई भी सामान नहीं मिला जिसके कारण उन्हें खाली हाथ वहां से निकलना पड़ा। खाली हाथ निकलने से पहले चोरों ने बंगले के मालिक के नाम एक कागज़ पर छोटा सा संदेश लिख कर छोड़ दिया। अपने संदेश में चोरों ने लिखा कि "बहुत कंजूस है रे तू, खिड़की तोड़ने की मेहनत भी नहीं मिली, रात खराब हो गई।"

बता दें की यह असफल चोरी का वाक्या आदर्श नगीन नगर में स्थिति बंगले में हुई जिसमे फिलहाल मध्यप्रदेश आरईएस विभाग के कार्यकारी इंजीनियर परवेश सोनी रहते हैं। परवेश सोनी जो फिलहाल ग्रामीण अभियंत्रण विभाग में काम करते हैं उस वक़्त घर पर मौजूद नहीं थे जब चोरी की घटना घटी। उनका घर जज और आदर्श नगीन नगर में संयुक्त कलेक्टर के करीब है।

रात को चोरों ने इस सरकारी बंगले को अपना निशाना बनाया। सुबह बंगले में काम करने वाले नौकरों को चोरों द्वारा छोड़ा गया कागज़ पर लिखा संदेश मिला। जिसके बाद घर के नौकरों ने इस पूरी घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी।

बहरहाल घटना की खबर मिलने के बाद स्थानीय पुलिस के अधिकारी मौक़ा-ए-वारदात पर पहुंचे और तहकीकात की। जिसके बाद पुलिस ने यह पाया की बंगले कि सभी अलमारी को ज़बरदस्ती खोला गया था। घर में मौजूद कपड़े और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएं चारों ओर बिखरी पड़ी थीं। घर के मालिक कि एक छोटी सी कॉफी टेबल पर थी, जिस पर एक खुला हुआ कागज़ रखा हुआ था और इसी कागज़ पर चोरों ने अपना संदेश लिख कर घर के मालिक के नाम छोड़ा था।