आज यानी 1 नवंबर को मध्य प्रदेश अपना 64वां स्थापना दिवस मनाने जा रहा है। मध्य भारत प्रांत का गठन 28 मई 1948 को किया गया था, जिसमें ग्वालियर और मालवा का क्षेत्र शामिल था। इस मौके पर हम आपको मिलवा रहे ऐसे शख्स से जिनका नाम मध्य प्रदेश सिंह हैं। इतना ही नही इन्होंने अपने बेटे का नाम भी मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल पर ‘भोपाल’ ही रखा है।

ये अजब गजब कहानी है धार जिले की मनावर तहसील के ग्राम भमोरी के रहने वाले मध्य प्रदेश सिंह की। इनका नाम सुनकर आपको आश्चर्य होगा, लेकिन ये सही है कि इनका नाम मध्य प्रदेश सिंह ही है। मध्यप्रदेश के पिता मदन अमलावर ने अलग पहचान दिलाने के लिए इनका ये नाम रखा था।

मध्य प्रदेश सिंह अमलावर झाबुआ के शहीद चंद्रशेखर आजाद कॉलेज में बतौर गेस्ट फेकल्टी भूगोल पढ़ाते हैं। वह अपने नाम से खुश नहीं थे उन्होंने पहले ही सोच लिया था की यदि उनका बेटा होगा तो वे उसका नाम मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल रखेंगे। उनका मानना है की पिता का नाम राज्य पर है तो बेटे का नाम राज्य की राजधानी पर होना चाहिए इसलिए उन्होंने बेटे का नाम भोपाल सिंह रखा है।

जब भी वे अपना नाम किसी को बताते हैं तो लोगों को विश्वास नहीं होता था और इसीलिए ये अपना आधार कार्ड जेब में लेकर ही चलते हैं। मध्यप्रदेश सिंह की पत्नी किरण को उनके नाम पर गर्व है। वह कहती हैं कि ये बड़ा ही यूनिक नाम है। पहली बार कुछ अजीब लगा था, लेकिन जब उनसे हर कोई मिलना चाहता है, बात करना चाहता है तो अच्छा लगता है।