DIG इरशाद अली ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर पुलिस को ऐसा अजीबोगरीब आदेश दिया है जो कि हैरान करने वाला है। इस आदेश में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ मुजरिमों के साथ भेदभाव करते हुए नजर आ रहे है। उन्होंने भोपाल के DIG इरशाद अली को आदेश दिया है कि मुजरिम पर कार्यवाही करने से पहले उनकी जाति पूछी जाये। अगर वे निम्न वर्ग है तो उनके साथ रियायत बरती जाए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मध्यप्रदेश के कांग्रेसी मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश के बाद ही DIG इरशाद अली ने समस्त पुलिसवालों को आदेश जारी किया है कि–यदि वे किसी अपराधी को पकडे तो उसे पीटने से पूर्व उसकी जाति जरूर पूछ ले ।
DIG ने आदेश दिया है कि – यदि अपराधी SC/ST एवं मुस्लिम समुदाय से तालुक रखते हो तो उन अपराधियों को न पीटें साथ ही पूछताछ में भी उनके साथ नरमी बरतें। सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत पटेल ने यह जानकारी ट्वीट करके दी।
कमलनाथ के निर्देश पर DIG इरशाद अली नें आदेश जारी किया है कि पुलिस किसी अपराधी को पीटने से पहले उनकी जाति पूंछ ले,SC/ST व समुदाय के अपराधियों को न पीटे व उनसे नरमी बरते।
— प्रशान्त पटेल उमराव (@ippatel) November 7, 2019
SC/ST Act के विरोध में नोटा दबाने वाले अब अपना गला दबा सकते हैं,MP में निजी क्षेत्र में भी 75% आरक्षण लागू है।
सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत पटेल ने अपने ट्वीट में कहा है कि "कमलनाथ के निर्देश पर DIG इरशाद अली नें आदेश जारी किया है कि पुलिस किसी अपराधी को पीटने से पहले उनकी जाति पूंछ ले,SC/ST व समुदाय के अपराधियों को न पीटे व उनसे नरमी बरते।
SC/ST Act के विरोध में नोटा दबाने वाले अब अपना गला दबा सकते हैं,MP में निजी क्षेत्र में भी 75% आरक्षण लागू है।"