हिंदी दिवस विशेष: दुनिया भर के 30 से ज्यादा देशों में पढ़ी पढ़ाई जाती है हिंदी भाषा, जानें रोचक तथ्य

Go to the profile of  Rishabh Verma
Rishabh Verma
1 min read
हिंदी दिवस विशेष: दुनिया भर के 30 से ज्यादा देशों में पढ़ी पढ़ाई जाती है हिंदी भाषा, जानें रोचक तथ्य

संविधान सभा ने 14 सितंबर 1949 को एक मत से यह फैसला लिया कि हिंदी ही भारत की राजभाषा होगी। 1953 से 14 सितंबर के दिन राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के अनुरोध पर प्रत्येक साल ‘हिंदी दिवस’ मनाया जाने लगा। महात्मा गांधी ने 1918 में आयोजित हिंदी साहित्य सम्मेलन में हिंदी को आम जनमानस की भाषा बताया और इसे राष्ट्रभाषा का दर्जा देने के लिए कहा था। आइये जानते हैं ‘हिंदी दिवस’ से जुड़ी कुछ ज़रुरी बातें।

  • वैश्विक स्तर पर हिंदी को बढ़ावा देने के लिए 1975 से ‘विश्व हिंदी सम्मेलन’ का आयोजन आरम्भ किया गया था।

  • 1997 में एक सर्वेक्षण हुआ था जिसमे यह पाया गया कि भारत में 66 फीसदी लोग हिंदी बोलते हैं, और 77 प्रतिशत इसे समझ लेते हैं।

  • इसके बाद 2016 में हिंदी में डिजिटल माध्यम पर समाचार पढ़ने वालों की संख्या 5.5 करोड़ थी, जो 2021 में बढ़कर 14.4 करोड़ होने का अनुमान है।

  • अमेरिका में लगभग 150 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों में हिंदी पढ़ाई जाती है।

  • दक्षिण प्रशांत महासागर क्षेत्र में फिजी नाम का एक द्वीप देश है, हिंदी को यहाँ आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया गया है।

  • हिंदी दुनिया के 30 से ज्यादा देशों में पढ़ी-पढ़ाई जाती है। करीब 100 विश्वविद्यालयों में इसके लिए अध्यापन केंद्र खुले हुए हैं।

  • भारत के अतिरिक्त फिजी, मॉरीशस, सूरीनाम, त्रिनिदाद, गुयाना, टोबैगो एवं नेपाल जैसे देशों में भी हिंदी भाषा बोली जाती है।

  • पहली बार 1977 में तत्कालीन विदेश मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को हिंदी में संबोधित किया था।

  • भारत सरकार ने हिंदी में उच्चतर शोध के लिए 1963 में केंद्रीय हिंदी संस्थान की स्थापना की। देश भर में इसके 8 केंद्र हैं।

  • 1805 में लल्लूलाल की लिखी ‘प्रेम सागर’ को हिंदी की पहली किताब माना गया है। इस पुस्तक का प्रकाशन फोर्ट विलियम, कोलकाता ने किया था।

  • 1900 में ‘सरस्वती’ में प्रकाशित किशोरीलाल गोस्वामी की कहानी ‘इंदुमती’ को पहली हिंदी कहानी माना जाता है।

  • 14 मार्च 1931 को पहली बोलती हुई हिंदी फिल्म ‘आलम आरा’ रिलीज हुई। इसके निर्देशक आर्देशिर ईरानी थे।

  • 1913 में दादा साहेब फाल्के ने ‘राजा हरिश्चंद्र’ का निर्माण किया, जिसे पहली हिंदी फीचर फिल्म कहा जाता है।

  • 1796 में कोलकाता में टाइप आधारित पहली हिंदी पुस्तक का प्रकाशन हुआ। यह हिंदी व्याकरण की पुस्तक थी।

  • 1826 में हिंदी के पहले समाचार पत्र (साप्ताहिक) ‘उदंत मार्तंड’ का प्रकाशन कोलकाता से आरम्भ हुआ।

GO TOP