बिहार के पटना जिले का ऐसा अजीबोगरीब मामला सामने आया है जिसमे पैसों के लिए पत्नी ने अपने ही पति की शादी करवा दी है। शादी करवाने के बाद दूसरे दिन पति और पत्नी मिलकर पैसा लेकर भाग गए है। पीड़ित लड़की के साथ हुई धोखाधड़ी का राज सोशल मीडिया के द्वारा खुला पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अब पीड़ित महिला पहुंची है बिहार महिला आयोग की शरण में और न्याय की गुहार लगा रही है।

ग़ौरतलब है कि बांका जिले के बौसी गांव का निवासी विनय रजक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की कुरसेलापुर ब्रांच में कैशियर की पोस्ट पर कार्य करता है। यह अपनी पत्नी गुड़िया के साथ में रहता है। एक दिन बैंक में शोभा देवी नामक एक महिला अपने पति की मृत्यु के बाद मिले प्रॉविडेंट फंड के पैसे निकालने पहुंची और कैशियर विनय को इन पैसों का उपयोग बेटी की शादी में करने का कारण बताया था। कैशियर विनय ये सब बात सुनकर अपनी पत्नी के साथ मिलकर शोभा देवी को ठगने का प्लान बनाया।

प्लान के अनुसार विनय ने शोभा के सामने खुद को विनय यादव एवं स्वयं को अनाथ बताया था। आधार कार्ड में भी विनय ने अपना नाम विनय रजक से विनय यादव कर लिया था। पत्नी गुड़िया ने शोभा देवी से मित्रता बढ़ाई और स्वयं को विनय के घर के पास में रहने वाली भाभी बताया। मित्रता बढ़ने के बाद गुड़िया ने शोभा की छोटी बेटी ऋतु कुमारी से विनय के विवाह का प्रस्ताव रखा और शोभा देवी, विनय एवं गुड़िया के झांसे में आ गयी। दोनों पक्षों ने मंदिर में ऋतु कुमारी और विनय की शादी करवा दी। शादी होने के बाद दूसरे दिन विनय और गुड़िया ने सारे पैसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा दिए।

शादी के अगले दिन विनय ऑफिस जाने का बोल कर घर से नाहर निकला और फिर वापस नहीं आया। दो दिन इंतजार करने के बाद शोभा देवी और उनकी बेटियों ने सभी जगह विनय और गुड़िया की खोजबीन शुरू की सोशल मीडिया पर भी ढूंढा तब जाकर पता चला की जिसे विनय पड़ोस की भाभी बोल रहा था वह उसकी पत्नी निकली। इस घटना के बाद शोभा ने स्थानीय थाने में FIR दर्ज करवाई। FIR दर्ज होने के बाद शोभा को धमकी भरे फ़ोन कॉल भी आने लगे जिससे डर कर शोभा ने बिहार महिला आयोग की शरण ली और महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा को पूरी घटना बताई। इस पूरी घटना पर महिला आयोग के अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने बताया "मामला काफी गंभीर है। पीड़ित पक्ष ने आयोग में आकर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। आयोग की पूरी कोशिश होगी कि पीड़ित महिला को इंसाफ मिले और दोषी जल्द से जल्द पकड़े जाएं।”