याकूब मेमन को बचाने के लिए कांग्रेसी मंत्रियों और विधायकों ने लिखी थी चिट्ठी, अब मच रहा बवाल

Go to the profile of  Prabhat Sharma
Prabhat Sharma
1 min read
याकूब मेमन को बचाने के लिए कांग्रेसी मंत्रियों और विधायकों ने लिखी थी चिट्ठी, अब मच रहा बवाल

महाराष्ट्र के पूर्व कैबिनेट मंत्री नसीम खान, विधायक अमीन पटेल, विधायक असलम शेख सहित कई कांग्रेसी नेता के आतंकी याकूब मेमन की फांसी की सजा माफ किए जाने और उसे आजीवन कारावास में बदलने की मांग भरा पत्र सामने आया है जिसके बाद से महाराष्ट्र में सियासत गर्म हो गयी है। नेताओं को चुनाव में सबक सिखाने का भाषण देकर उत्तर प्रदेश के सी.एम. योगी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का सियासी पारा और बढ़ा दिया है। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ कांग्रेस विधायक द्वारा मानहानि का दावा ठोंकने का ऐलान कर राजनीति को गर्म कर दिया है।

ये पूरा विवाद महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान उठा है। कांग्रेसियों की आतंकी याकूब मेमन के लिए लिखी गयी इस चिठ्ठी से माहौल गर्म है साथ ही इस खत को लेकर मुंबई के एक वकील ने चुनाव आयोग में भी शिकायत दर्ज कर दी है। चुनाव आयोग मे वकील गौरांग जवेरी ने शिकायत दर्ज कराई है। वकील की दलील है कि भारत सरकार के 'सत्यमेव जयते' प्रतीक चिन्ह का मुंबई कांग्रेस के इन नेताओं और विधायकों ने दुरुपयोग किया है और महाराष्ट्र विधानसभा के लेटरहेड का मुंबई बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन जैसे देशद्रोही को बचाने के लिए इस्तेमाल किया है।

मुंबई कांग्रेस के कई विधायकों ने 1992-93 में हुए मुंबई बम ब्लास्ट के दोषी आतंकी याकूब मेमन की मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदलने के लिए राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी थी। तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को 28 जुलाई 2015 को लिखे पत्र में महाराष्ट्र कांग्रेस के कद्दावर नेताओं ने आतंकी याकूब मेमन की मौत की सजा को आजीवन कारावास में तब्दील करने सिफारिश की थी। भारतीय संविधान की धारा 72 का हवाला देते हुये इन नेताओं ने याकूब मेमन की सजा को कम करने की मांग की थी।

GO TOP