CAA लागू होने के बाद से देश के अलग अलग हिस्से में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ है। ऐसा ही एक विरोध पिछले दिनों तमिलनाडु में भी देखने को मिला जहाँ एक महिला नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर का विरोध कर रही थी पर वो पुलिस की नजर में आ गई है। दरअसल, इस महिला के पाकिस्तान से कनेक्शन निकल आये हैं।
इस महिला के सोशल मीडिया प्रोफाइल से यह पता चला कि वह पाकिस्तान के किसी संगठन से जुड़ी हुई है और शोधकर्ता के रूप में काम करती हैं। बहरहाल अब इस मसले पर चेन्नई के पुलिस आयुक्त ए के विश्वनाथन का कहना है की "यह पता करने के लिए हमने जांच शुरू कर दी है कि महिला का पाकिस्तान से कोई सीधा संबंध है या नहीं।" गौरतलब है की इस महिला ने कुछ महिलाओं के साथ मिलकर कोलम (रंगोली) बनाकर CAA और NRC के खिलाफ प्रदर्शन किया था।
बता दें की महिला द्वारा किये गए इस प्रदर्शन कुछ महिलाओं ने रविवार को चेन्नई के बेसंत नगर इलाके में रंगोली बनाई और इस रंगोली में नो टू सीएए, नो टू एनआरसी और नो टू एनपीआर लिख दिया।
अब इस मामले में पाकिस्तान कनेक्शन आने से सिटी पुलिस एक्शन में आ गई है और इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया है। हालाँकि गिरफ्तारी के कुछ देर के बाद पुलिस ने उन्हें रिहा भी कर दिया। इस वाक्ये के सामने आने के बाद डीएमके के अध्यक्ष एमके स्टालिन और डीएमके सांसद कनिमोझी ने इस कोलम का समर्थन किया और प्रदर्शनकारी महिलाओं से मुलाकात भी की।
इस पूरे मामले पर पुलिस आयुक्त का कहना है की, 'हम जांच कर रहे हैं कि गायत्री खंधादाई का पाकिस्तान के बाइट्स फॉस ऑल से संबंध है या नहीं? यह महिला नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चेन्नई के कोलम में हुए विरोध प्रदर्शन में नजर आई थी। अगर आप गायत्री का फेसबुक प्रोफाइल देखते हैं, तो पता चलता है कि वह बाइट्स फॉस ऑल पाकिस्तान की शोधकर्ता हैं।'