हनीट्रैप का रैकेट था नेताओं के पीछे, मास्टर माइंड बनाता था वीडियो और फिर होती थी ब्लैकमेलिंग

Go to the profile of  Nikhil Talwaniya
Nikhil Talwaniya
1 min read
हनीट्रैप का रैकेट था नेताओं के पीछे, मास्टर माइंड बनाता था वीडियो और फिर होती थी ब्लैकमेलिंग

हनीट्रैप को लेकर एक बड़ा खुलासा मध्य प्रदेश से हुआ है। इस मामले में इंदौर पुल‍िस ने एफआईआर दर्ज की है। जब इंदौर पुल‍िस की न‍िशानदेही पर भोपाल पुल‍िस और एटीएस ने धरपकड़ शुरू की तो उनके होश उड़ गए। हनीट्रैप की यह एक्सपर्ट गैंग कई नेताओं और अफसरों को पहले ही ब्लैकमेल कर चुकी है। अब इंदौर में फोन पर धमकी द्वारा काम चल रहा था लेकिन यह गैंग  भोपाल में कई नेताओं और अफसरों को अपना श‍िकार बना चुकी है।

हनीट्रैप मामले में इंदौर एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र ने बताया क‍ि इंदौर में नगर न‍िगम में पदस्थ एक फरियादी की शिकायत पर पता चला कि 1 महिला अपने अन्य साथियों सहित उन्हें वीडियो के जरिये ब्लैकमेल कर रही है साथ ही 3 करोड़ रुपये की मांग कर रही है। पूरे मामले में थाना पलासिया में अपराध क्रमांक 405/19 के तहत धारा 419, 420, 384, 506, 120 बी व 34 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया और केस को इन्वेस्टिगेशन में लिया गया।

जानकारी के अनुसार ये लोग ब्लैकमेल‍िंग की 50 लाख रुपये की रकम वसूलने के ल‍िए क्रेटा कार में भोपाल से इंदौर आए थे। आरती दयाल और मोनिका यादव इस गैंग की सदस्य थीं। साथ ही आरती का ड्राइवर ओमप्रकाश कोरी था जो कि गाड़ी चला रहा था। इन 3 लोगो को क्रेटा कार सहित प्रारंभिक रूप से पुष्टि होने के बाद पकड़ लिया गया। पूछताछ के दौरान पता चला कि इनके ग्रुप में भोपाल की कुछ अन्य महिलाएं भी शामिल थीं। भोपाल पुलिस की मदद से इन अन्य महिलाओं को भी हिरासत में लिया गया।

हिरासत में लिए गए लोगो में श्वेता जैन पति विजय जैन, बरखा सोनी पति अनूप सोनी, श्वेता जैन पति स्वप्निल जैन हैं। अब तक इस प्रकरण में 6 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। इनका मोबाइल फोन, नेटवर्क व इससे जुड़े हुए जो गैजेट थे, उन्हें ज़ब्त कर लिया गया हैं।

GO TOP