कई वर्षों से न्यायलय में चल रहे राम जन्मभूमि केस के अंतिम चरण की सुनवाई आज चल रही है। आज इस मामले में कार्यवाही पूरी होने की सम्भावना है। सुनवाई की शुरुआत अखिल भारतीय हिन्दू महासभा ने दलील पेश करके की गई थी। अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के वकील ने न्यायलय के समक्ष एक पुस्तक और नक्शा पेश किया था जिस पर मुस्लिम पक्ष के वकील ने आपत्ति जताते हुए उस नक़्शे को भी फाड़ दिया।
मुस्लिम पक्ष के वकील द्वारा की इस हरकत पर चीफ जस्टिस रंजन गोगई ने नाराज़गी जताई है और मुस्लिम पक्ष के वकील राजीव धवन को चेतावनी भी दी है। सूत्रों की माने तो आज इस पूरे मामले में चल रही कार्यवाही पूरी हो सकती है और करीब 5 नवंबर तक इस विषय पर फैसला आने की सम्भावना है।
इस कार्यवाही को देखते हुए उत्तरप्रदेश सरकार ने बीते दिनों पूरी अयोध्या में धारा 144 लागू की थी और आज यह खबर भी आ रही है कि उत्तरप्रदेश सरकार ने अपने सभी सरकारी अधिकारियों, पुलिस और प्रशासन के सभी अधिकारियों की छुट्टियाँ रद्द कर दी है। उत्तरप्रदेश सरकार का यह आदेश 30 दिसम्बर तक लागू होगा। इस आदेश से यह अनुमान लगाया जा सकता है कि सरकार अयोध्या मामले के फैसला आने और साथ ही दीपावली पर राज्य की सुरक्षा की तैयारी भी कर रही है।
Uttar Pradesh Government: In the view of upcoming festivals, no leaves will be granted till 30th November to the officers in field. All officers in field directed to be present at their offices till 30th November. pic.twitter.com/cPejE3WMG6
— ANI UP (@ANINewsUP) October 16, 2019
गौरतलब है कि आज सुबह जब कार्यवाही शुरू हो रही थी तब इस मामले के एक पक्ष अखिल भारतीय हिन्दू महासभा ने एक आवेदन दिया था जिसे चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ख़ारिज कर कहा कि "अब बस बहुत हुआ आज शाम को 5 बजे तक इस मामले की कार्यवाही पूरी हो जाएगी।"