कल यानी 17 नवंबर को देश के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की सेवा का अंतिम दिन था। मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अनुशंषा पर शरद अरविंद बोबडे को नया मुख्य न्यायाधीश चुना गया है। आज उनके कार्यकाल का प्रथम दिन है उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के समक्ष प्रस्तुत होकर न्यायाधीश बोबडे को मुख्य न्यायाधीश पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई ।
ग़ौरतलब है कि न्यायाधीश बोबडे का जन्म 24 अप्रैल, 1956 को महाराष्ट्र के नागपुर शहर में हुआ था। वे अपने जीवन की 21 साल की वकालत के बाद वर्ष 2000 में बॉम्बे हाईकोर्ट में एडिशनल जज बने थे। इसके बाद 16 अक्टूबर 2012 को वे मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बने। बाद में वे सुप्रीम कोर्ट में वर्ष 2013 में जज बन गए और अब वे देश के मुख्य न्यायाधीश बन गए है। इनका कार्यकाल 23 अप्रैल 2021 तक होगा।
शपथ लेने के बाद मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे ने एक ऐसा काम किया जिसे देख कर सभा के सभी लोग मंत्रमुग्ध हो गए। शपथ ग्रहण के तुरंत बाद मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे ने अपनी माँ के चरण स्पर्श किये। मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे द्वारा किये इस काम को देख कर सभी को मातृशक्ति के प्रति आदर भाव से भर दिया था।
#WATCH Delhi: Justice Sharad Arvind Bobde takes oath as the 47th Chief Justice of India. He succeeds Justice Ranjan Gogoi. pic.twitter.com/Spb5Eys5KS
— ANI (@ANI) November 18, 2019
इस अवसर पर उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित देश के कई वीवीआईपी मेहमान उपस्थित हुए। शपथ के बाद सभा में उपस्थित सभी लोगों ने न्यायाधीश का तालियों से स्वागत किया और न्यायाधीश बोबडे ने सभी को हाथ जोड़कर धन्यवाद दिया।