सुप्रीम कोर्ट द्वारा पिछले दिनों वर्षों पुराने श्री राम जन्मभूमि के विवादित मामले पर कार्यवाही पूर्ण करके फैसला सुनाया गया। इस फैसले ने राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ़ कर दिया और अगर सबकुछ सही रहा तो अगले तीन महीने में भव्य राम मंदिर का निर्माण भी शुरू कर दिया जाएगा। राम मंदिर पर फैसला आने के बाद से ही पूरे देश में राम मंदिर के निर्माण को लेकर उत्साह बना हुआ है और इसी उत्साह के बीच अब अयोध्या में भगवान राम के विवाह समारोह के आयोजन की तैयारी विश्व हिंदू परिषद द्वारा की जा रही है।
बता दें की अयोध्या विवाद में सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आखिरी फैसला आ जाने के बाद यह भगवान श्री राम से सम्बंधित पहला सार्वजनिक कार्यक्रम होगा। गौरतलब है की विश्व हिंदू परिषद प्रत्येक 5 वर्ष में अयोध्या से नेपाल के जनकपुर तक भगवान श्री राम की बारात निकालती है।
इस साल भी विश्व हिंदू परिषद भगवान श्री राम की बारात निकालने की तैयारी में जोर शोर से लगा हुआ है। इस बार यह बरात 21 नवंबर को अयोध्या के कारसेवकपुरम से नेपाल के जनकपुर शहर के लिए निकलेगी। संभावना जताई जा रही है की इस बार के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हो सकते हैं और इस बाबत उन्हें आमंत्रण पात्र भेज दिए गए हैं।
बता दें की बरात 21 नवंबर को अयोध्या से निकलेगी और शादी का मुहूर्त 1 दिसंबर को है। शादी का मुहूर्त विश्व हिंदू परिषद के नेताओं की मानें तो प्रधानमंत्री मोदी के भी जनकपुर आयोजित होने वाले भगवान राम के विवाह समारोह में पहुंचने की उम्मीद है।