आज सुन्नी वक्फ बोर्ड अयोध्या के मामले के एक अहम बैठक करने वाली है। इस बैठक में निर्णय लिया जाने वाला है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार मस्जिद बनाने के लिए सरकार द्वारा दी गई 5 एकड़ जमीन कबूल करनी है या नहीं। इसके साथ सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ सुन्नी बक्फ बोर्ड ने पुनर्विचार याचिका दाखिल नहीं करने का निर्णय पहले ही ले लिया है।
सुन्नी वक्फ बोर्ड की बैठक से पहले 100 मुस्लिम हस्तियों ने अपने मुस्लिम पक्ष के लोगों से पुनर्विचार याचिका दाखिल नहीं करने की अपील है। बता दें कि ऑल इंडिया मुस्लिम पसर्नल लॉ बोर्ड और जमीयत उलेमा ए हिंद कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने वाली है। इन 100 मुस्लिम हस्तियों में फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह और शबाना आजमी भी शामिल है। इन लोगों का मानना है कि पुनर्विचार याचिका दायर करने से यह विवाद जिंदा रहेगा और इससे मुस्लिम समुदाय को नुकसान होगा।
आगे उन्होंने और कहा "हम इस बात से सहमति रखते हैं कि फैसला न्यायिक रूप से त्रुटिपूर्ण है, लेकिन हमारा मज़बूती से मानना है कि अयोध्या विवाद को जीवित रखना भारतीय मुसलमानों को नुकसान पहुँचाएगा और उनकी मदद नहीं करेगा।" इस बयान पर हस्ताक्षर करने वाले इस्लामी स्कॉलर से लेकर म्यूजिशियन, पत्रकार, शायर, फिल्मकार और स्टूडेंट भी शामिल हैं।
ग़ौरतलब है कि पिछले दिनों 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा ऐतिहासिक फैसला देते हुए राम जन्मभूमि रामलला को सौंप दी गई थी और मंदिर बनाने के लिए ट्रस्ट के निर्माण के गठन करने के आदेश भी दिए गए थे। वही दूसरी ओर मुस्लिम समुदाय को अयोध्या में 5 एकड़ ज़मीन भी उपलब्ध करवाने के आदेश दिए गए है।