पिछले दिनों राजस्थान में कोटा जिले में स्थित जे.के लोन अस्पताल में एक महीने के अंदर 77 बच्चों की मौत की खबर ने हर तरफ हंगामा मचा दिया था। अब खबर आ रही है की आखिर के दो दिन में 9 बच्चों की मौत के साथ कोटा के इस अस्पताल में दिसंबर महीने में मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 100 हो गई है।
इस घटना के सामने आने के बाद भी अस्पताल प्रशासन ने इन आकड़ों को नार्मल बताया था। अस्पताल प्रशासन का मानना था कि बच्चों की हुई मौत में किसी भी प्रकार की कोई भी लापरवाही नहीं बरती गई है।
बहरहाल बच्चों की मौत पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। विपक्षी दल भाजपा की तरफ से राजस्थान सरकार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर हमला बोला जा रहा है। इस मामले पर भाजपा के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने भी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर निशाना साधा।
अमित मालवीय ने इस मसले पर ट्वीट करते हुए लिखा, 'एक महीने में 100 नवजात शिशुओं की मौत हो जाती है, और राजस्थान के मुख्यमंत्री से कोई सवाल नहीं पूछे जाते। कोटा इतनी भी दूर नहीं की सोनिया और राहुल गांधी वहां जा ना सकें और यह घटना इतनी भी मामूली नहीं की मीडिया कांग्रेस सरकार की इस लापरवाही पर आंख मूंद ले।'
अस्पताल प्रशासन ने मामले की लीपापोती के लिए पुराने आंकड़े दिखाए और बताया कि दिसंबर 2018 में इसी अस्पताल में 77 बच्चों की मौत हो गई थी। जे.के लोन अस्पताल के सुपिरिंटेंडेंट डॉ. सुरेश दुलारा ने इस बार हो रही बच्चों की मौत पर कहा कि "30 दिसंबर को 4 बच्चों और 31 दिसंबर को 5 बच्चों की मौत हो गई।" इन मौतों के पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि "सभी की मौत जन्म से कम वजन के चलते हुई है।"
बहरहाल इतनी अधिक संख्या में बच्चों की मौत की घटना पर विपक्षी दल भाजपा ने प्रदेश की गहलोत सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है।